मैं बन रहा हु
मै बन रहा हु
पापा के लिए डॉक्टर
मम्मी के लिए पुलिस ऑफिसर
चाचा के लिए इंजीनियर
चाची के लिए मैनेजर
नए नए किरदारों को निभा रहा हु
मैं बन रहा हु
मै लिखना चाहता हु
अपना कहना चाहता हु
पर कह नहीं पाता
कागजो पर सोना चाहता हु
पर सो नहीं पाता
स्याहियों में डूब जाना चाहता हु
पर डूब नहीं पाता
मै खुद की न सुनकर सबकी सुन रहा हु
मैं बन रहा हु
भैया कहते तुमसे ना हो पायेगा
खड़ी पतवार भी हाथो में आकर बह जायेगा
रहने दो सब ,चाहे तू जो भी बन जाये रहेगा अपने सपनो का मारा
तुम्हारी हालत उन भूखो की तरह है जिन्हें खट्टे फल सोहाते नहीं
दुनिया का बोझ उढ़ाये सर पर फिर रहा हु
डॉक्टर इंजीनियर अपनों के लिए चुन रहा हूँ
मैं बन रहा हु